Udne ki aasha written Update 1st November
Udne ki aasha written Update 1st November
शैली को गिफ्ट मिलते हैं।
आज हम देखेंगे की शैली की शादी की तैयारी हो रही होती है और नथ का फंक्शन हो चुका होता है।और फिर दादी सा कहती है की कल के फंक्शन में घर वाले लोगों का आना जरूरी होता है जिसमें घर के लोग आते है और सभी को गिफ्ट देते है सबके लिए कुछ ना कुछ लेकर आते हैं। और सचिन तुम ये फंक्शन अगर ना कर पाओ तो अभी मना कर सकती हो तो वह कहती है नहीं ये फंक्शन जरूर होगा और मैं ये करूंगी।
तभी सब लोग अपने काम में लग जाते है।और दादी सा अपने जमाई सा से बात करती है और बोलती है की शैली ये फंक्शन तो कर नही पाएगी तभी जमाई सा बोलते हैं की मासा वो कर सकती है आज का फंक्शन भी उसने कर लिया कल भी कर लेगी कही से कुछ ना कुछ इंतजाम कर ही लेगी। तभी दादी सा कहती है उसने बोला था आना की मेरी मां हो मेरा परिवार है सब कुछ हैं।
तो अब देखते है कितना क्या कर लेगी शैली पैसे तो ले जा सकते है लेकिन परिवार कैसे लगाएगी और कहां से लाएगी तभी दादी सा अपने जमाई सा से बोलती है की शैली को देखकर तुमको क्या लगता है तो वह बोलता है की मुझे तो वो जिद्दी और अकडू और आखिरी समय तक कोशिश करने वाली लगती है। तभी मासा कहती है की वो तो ठीक है बस अब कल आखिरी दिन है या तो वो अपनी हर मान ले या फिर पीछे हट जाए।
शादी की रस्में होती है।
तभी दादी सा बोलती है अब कल देखते है की ये रस्म कैसे पूरा करती है। फिर जब फंक्शन होना होता है तब शैली अकेले खड़ी होती है और दादी सा बोलती है अब बताओ ये लिफाफे लेकर ऐसे ही खड़ी रहेगी क्या जब यही करना था तो मना कर देती।लेकिन नहीं तुमको तो मानना है नही है किसी को भी बात बस अपनी ही चलानी होती है तुमको तो चलाओ अपनी ही चलानी है बस अब करो ये रस्म।
अरमान बोलता है दादी सा जब आपको पता है की शैली की तरफ से कोई नहीं है तो फिर क्यों से ये सब रस्में करवा रही है।तो दादी सा बोलती है मैने कल ही बोला था अगर नही हो पा रहा है तो भाभी मना कर सकती है लेकिन इसी ने बोला था ना की सभी रस्में होंगी।तो सचिन की मां विद्या बोलती है की मासा सही कह रही है कल ही बोला गया था अगर नही हो पा रहा तो आभीरा मना कर सकती है।
शादी रुक जाती है।
लेकिन इसने नही मना किया तो इसमें मासा कुछ गलती नही बोल रही है।तभी उसके परनानू आ जाते है और बोलते हैं सभी रस्में होंगी तभी सब उनको देखने लगते है और जमाई सा दादी सा के बोलते हैं की मिस्टर गोयंका आप इसकी तरफ क्यों बोल रहे है।तभी जमाई सा बोलते है की वाह शैली तुम तो बहुत ही चालाक निकली रूही से उसको परिवार भी छीन लिया तुमने अनाथ होकर भी तुम तो अनाथ नही हो।
तभी मनीष गोयंका बोलते है की शैली अनाथ नही है उसको अनाथ नही बोलना कभी क्योंकि शैली अनाथ नही है वो मेरी। अक्षरा की बेटी है मेरी नवासी है वो अनाथ नही है।तभी सब लोग चौक जाते है और शोभा तुरंत ही जाती है।शैली को बहुत ही जोरदार थप्पड़ मारती है बोलती है की तुमने मेरा प्यार सचिन छीन लिया और मेरे मम्मी पापा को भी मुझसे छीन लिया मैं तुमसे नफरत करती हूं सिर्फ नफरत।
शैली अंगूठी सचिन को से देती है।
तभी वह अपनी सगाई वाली अंगूठी निकालकर सचिन को दे देती है और बोलती है मैं तुमसे शादी नही कर सकती ही इतना बोलकर वह घर से चली जाती है और उधर शोभा भी बेहोश हो जाती हैं फिर सभी उस के लिए परेशान होते है फिर वह ठीक हो जाती है।