Udne ki aasha written Update 12th November
Udne ki aasha written Update 12th November
Udne ki aasha written Update 12th November में अनुपमा कहती है कि मैंने उसे फोन किया था लेकिन उसने फोन नहीं उठाया और जो बाबू जी है वो कहते हैं कि देखो मैंने देखा है कि काव्य को कभी गृहस्ती का सुख नहीं मिला ना पहली शादी में ना दूसरी शादी में उसने एडजस्ट तो किया लेकिन हो सकता है कि वनराज जा चुका है और वह अकेली पड़ गई तो उसको लग रहा होगा कि उसकी बेटी के लिए उसको डबल काम करना होगा और इसी वजह से वो बहुत ज्यादा काम कर रही हो।
तो अनुपमा कहती है कि हां और मुझे एक बात नहीं समझ आती कि लालच दुनिया में क्या-क्या करवाता है और लालच के कारण वनराज यहां से भाग गया दूसरे नंबर पर मजबूरी के कारण जो काव्या है वो डबल काम कर रही है लालच के कारण ही तोसु और पाकी क्या कुछ करते हैं और अब तो जो लालच है उसी के कारण जो डोली है व अब इस घर में हिस्सा वगैरह मांग रही है तो लालच की पट्टी सबकी आंखों प बड़ी है और जैसे ही लालच की पट्टी इनकी आंखों पे आती है इनको कोई रिश्ता नाता दिखाई नहीं देता
फिर हम देखते हैं अनुपमा और बाबूजी ठेले पे थे फिर अनुपमा के कुछ कस्टमर्स आ जाते हैं और वो उनसे कहती है कि आप बैठिए मैं जल्दी ही आपका खाना भेजती हूं तो वो अनुपमा बाबू जी से कहती है कि अपना ठेला आफी अच्छे से चल गया है और हम जल्दी ही अपने जो टैक्स हैं वो भर देंगे तो बाबू जी कहते हैं कि बेटा वो तो ठीक है लेकिन अब तुम्हें याद रखना है कि तुम्हें माही की जिम्मेवारी ली है तो उसका भी ध्यान रखना है।
आद्या का भी ध्यान रखना है और हमें अनुज का केस भी लड़ना है उसके भाई बाभी ने उसके साथ बहुत लालच के कारण गलत किया तो अनुपमा कहती है कि जो अनुज है वो बहुत अच्छे से पढ़े लिखे हैं टैलेंटेड हैं वो कुछ ना कुछ काम ढूंढ ही लेंगे और अब तक भगवान ने अच्छा ही किया है आगे भी वही देखेंगे हम कुछ ना कुछ कर लेंगे लेकिन वह फिर बाबू जी से कहती है कि बाबू जी मेरा एक सपना है कि इस ठेले की जगह मेरा एक रेस्टोरेंट हो।
तो बाबू जी कहते हैं कि बेटा ऐसी दुनिया में कोई चीज नहीं जो तुमने ठानी हो और ना हुई हो तो यह जरूर होगा और वह दोनों बहुत ही खुश हो जाते हैं और फिर अगले सीन में हम देखते हैं जो टीटू है वह कहीं जाने के लिए अपना बैक पैक कर रहा था तभी डिंपी की आंख खुलती है और वो उससे पूछती है कि तुम कहीं जा रहे हो तो जो टीटू है वो कहता है कि हां मैं अपनी मां से मिलने जा रहा हूं।
तो वो कहती है कि तुम ऐसे नहीं जा सकते और तुमने मुझे बताया क्यों नहीं तो जो टीटू है वो कहता है कि यह बताना कोई जरूरी नहीं और मैं किसी से कोई परमिशन लेकर अपनी मां से मिलने नहीं जाऊंगा तो डिंपी कहती है कि ऐसा क्या और तो फिर वापस कब आओगे तो वो कहता है कि पता नहीं कब आऊंगा तो जो डिंपी है वो चिट जाती है कहती है कि ये क्या मजाक है तुम कब जा रहे हो कहां जा रहे हो कब आओगे मैं तुम्हारी बीवी हूं तुम्हें बताना होगा।
और यह मेरा हक है तो वो कहते है कि अच्छा तुम्हें याद आ गया कि तुम मेरी बीवी हो बहुत अच्छी बात है लेकिन मुझे नहीं लगता कि मुझे बताना चाहिए और मुझे नहीं खुद भी नहीं पता कि मैं कब आऊंगा तो डिंपी कहती कि तुम क्या कर रहे हो तुम यहां से कैसे जा सकते हो जबकि तुम्हारी मुझे बहुत ज्यादा जरूरत है और टीटू कहता है कि डिंपी देखो यहां से मुंबई चले जाते हैं फिर डिंपी कहती है कि तुम अभी क्यों जा रहे हो अब तो पापा भी यहां नहीं है जिनकी वजह से तुम्हें प्रॉब्लम थी।