doo dooni pyaar today written Update 17 nov
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doo dooni pyaar today written Update 17 nov में अनुपमा को देविका की कॉल आती है और वह उसे बताती है कि उस के बारे में पता चल गया है और आध्या एक वेलफेयर वालों के पास चली गई थी और वहां से उसको वहां से उन्होंने उसको आगे हैंड ओवर कर दिया अब वह आगे कहां है यह तो नहीं पता लेकिन इतना पता चल गया है कि आद्या जहां तक है है तो यह बात सुनते ही अनुपा बहुत ज्यादा खुश हो जाती है और वह जोर-जोर से चिल्लाने लग जाती है कि अनुज अनुज आद्या आद्या और जैसे ही अनुपमा आद्या का नाम पुकारती है।
तो अनुज एकदम से दौड़ता है और कहता है कि क्या हुआ तुम आद्या आद क्यों पुकार रही थी तो अनुपमा उसे बताती कि हम जिसे ढूंढ रहे थे हमें पता चल गया आध्या जिंदा है और वह अमेरिका में है मैंने देविका को कहा था देविका उसका पता लगा रही थी और बहुत मुश्किलों के बाद उसे पता चला है कि वो एक वेलफेयर वा वालो के पास गई थी वहां से उन्होंने उसको आगे हैंड ओवर कर दिया किसी और के पास तो जो अनुज है वो कहते हैं कि वो मेरे पास क्यों नहीं आई और और एक बार तो वो खुश हो जाता है कि आद्या जिंदा है।
और वो है कहां तो जब जो अनुपमा है वह उसको बताती है कि हां उसके बारे में पता चल गया था वह पागल जब तुमने उसे फोन किया था तो वो वहां से भाग गई थी और जाकर वेलफेयर वालों के पास रहने लग गई लेकिन वेलफेयर वालों भी ज्यादा दिन अपने पास नहीं रखते तो उन्होंने उसको आगे भेज दिया तो यहां पे अनुज थोड़ा सा फिर से चिड़ताला रही है और उसको जानबूझ के दिलासा दे रही है कि आद्या जिंदा है और वो बार-बार फिर बोलना स्टार्ट कर देते हैं कि नहीं नहीं नहीं तुम्हें इतना पता है कि वो वहां थी लेकिन वो जिंदा है तुम ऐसे कैसे कह सकती हो जब कि तुम्हें उसकी लोकेशन ही नहीं पता।
तो अनुपमा कहती कि एक मां जब तुम्हें कह रही है कि मैं बोल रही हूं ना वो जिंदा है जब हम यहां तक पहुंच गए तो हम उसे ढूंढ भी लेंगे तो तुम थोड़ा सा सब्र करो लेकिन जो अनुज है उसे अभी भी यही लग रहा है कि अनुपमा उससे झूठ बोल रही है और उसको कुछ नहीं पता तो वो कहता है कि देखो मुझे नहीं पता कि तुम मुझे बार-बार झूठ क्यों बोलती रहती हो और अगर उस दिन वो आदमी मुझे नहीं रोकता तो मैं उस करंट वाली तार को हाथ लगा देता तो अनुपमा कहती है कि तुम जानबूझ के उस वायर्स को हाथ में ले रहे थे तो वो कहता है हां मेरी आद्या मेरे पास नहीं है तो मैं मैं भी आद्या के पास चला जाऊंगा।
तो अनुपमा ये सुनकर एकदम से बहुत ज्यादा शौक हो जाती है और ना स्टार्ट कर देती है और वो उसको समझाती है कि नहीं आद्या जिंदा है हम उसे ढूंढ लेंगे और वह अमेरिका में है जल्दी ही यहां तक आ गए तो वो उसका पता भी लग ही जाएगा लेकिन अनुज यह बातों को नहीं समझ पा रहा क्योंकि उसका जो दिमाग है वो वहीं पर अटक चुका है और फिर वह वहां से रोता हुआ चला जाता है कि आद्या नहीं है तुम मुझे जानबूझकर झूठ बोल रही हो और मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा कि तुम लोग सब के सब मुझे ऐसे ही झूठ बोलते रहते हो और फिर वह वहां से चला जाता है।
उसके बाद बाद अनुपमा रोना स्टार्ट कर देती है कि हे भगवान अब मैं क्या करूं एक बाप हार सकता है लेकिन एक मां नहीं हार सकती और मैं अपनी बेटी को ढूंढू गी और अनुज के लिए लेकर आऊंगी और यह होके रहेगा और उसके बाद अगला सीन जाता है अनुज पे और फिर अगला सीन कट होकर जाता है टीटू और डिंपी के ऊपर वो दोनों कहीं से शॉपिंग करके आए हैं और डिंपी अपने मोबाइल पे बिजी है तो यह देखकर जो टीटू है वो थोड़ा सा सैड हो जाता है और फिर टीटू कहता है कि यार जब देखो तुम फोन पे लगे रहते हो और इतनी ज्यादा शॉपिंग करने की जरूरत क्या है।
जबकि हमारा घर में हालात सही नहीं चल रहे तो डिंपी उल्टा उसी को कहती है कि क्या हमें जीना छोड़ देना चाहिए घर में तो वैसे ही कुछ ना कुछ माहौल खराब चलता ही रहता है और फिर वो कहता है कि जब मैं तुमसे बात कर रहा हूं और तब भी तुम फोन में ही लगी हुई हो कम से कम तब तो फोन छोड़ दिया करो तो व कहती है कि मैं अपने जो अब फिर टीटू से कहता है कि यार तुम ऐसे करती कोई बहुत बड़ी इन्फ्लुएंस हो उसी हिसाब से लगे रहती हो तो वो कहती कि मैं क्या उन इन्फ्लुएंस से कम हूं तो वह कहती कि क्या मैं उन इन्फ्लुएंस से तो डिंपी कहती कि मैं कौन सा उनसे कम हूं।