Do dooni pyaar written Update 2nd November
Do dooni pyaar written Update 2nd November
गेम शुरू होता है
Do dooni pyaar written Update 2nd November की शुरुआत में अजय के घर में गेम वाला फंक्शन चल रहा होता है और सभी लोग खेल रहे होते है तभी बच्चे गंगा और अक्षय का नाम लेते है और बोलते है आपको किसी गाने पर ही डांस करना पड़ेगा तभी सब लोग उन दोनो को देखने लगते है। फिर बच्चे बोलते है आपको डांस तो करना ही पड़ेगा शायरी से कम नहीं चलेगा। और फिर वह दोनो डांस के लिए रेडी हो जाते है और स्टेज पर जाकर डांस के लिए सांग सिलेक्ट करते है।
तभी दोनो डांस करते है और एक बार ऐसा होता है की गंगा गिरने लगती है तभी अक्षय उसको पकड़ लिया है फिर तभी साक्षी भी आ जाती है और वह तालियां बजाने लगती है फिर सभी लोग तालियां बजाने लगते हैं और इन लोगो का डांस खत्म होने पर बच्चे दूसरी पर्ची निकलते हैं और फिर उसमे नाम होता है एक अभय का और दूसरा साक्षी का तभी साक्षी का नाम एक बच्चा लेता है और जैसे ही दूसरा नाम लेने वाला होता है तभी एक बच्ची पर्ची ले लेती है और बोलती है दूसरा नाम है पॉप्स का।
तभी फिर अभय और साक्षी एक साथ डांस करते हैं। फिर दोनो का डांस खत्म होने पर फिर गेम भी खत्म हो जाता हेयर फिर सुबह गंगा पूजा की तैयारी करती है और तुलसी की पूजा करती है और जब गंगा पूजा कर रही होती है तभी अक्षय भी आ जाता है और वह भी उसके के साथ पूजा करता है फिर पूजा खत्म होने के बाद वह बोलती है की आशाभावन और शाह परिवार में सभी को खुशियां मिले और मां बापूजी हमेशा खुश रहे और स्वस्थ रहे।
अभय ने गंगा से कावेरी के बारे में बताया
और घर में भी सब लोग खुश रहे और उनका बेटा जल्दी से वकील बन जाय और सभी को उनकी खुशियां मिले और मेरी छोटी भी बहुत दिन बाद खुश है इसलिए उसकी भी खुशी हमेशा बनाए रखना तभी फिर वह बोलता है की उसकी गंगा को भी हमेशा खुश रखना और उसके लिए जो उसके के दिल में प्यार है वह और भी ज्यादा बढ़ता जाए।
तभी फिर वह जाने लगती है और फिर वह उसे रोककर बोलता है की आरती दे दो तो वह थाली आगे करती है लेकिन वह अपने हाथ से आरती नही लेता है वह बोलता है की तुम दे दो तभी वह अपने हाथ से उसे को आरती देती है और फिर वह जाने लगती है तभी वह रोकता है और उसे को आरती देता है।फिर से वह जाने लगती है और फिर अक्षय रोक लेता हैं बोलता है प्रसाद तो दे दो।
गंगा ने अभय को दिया पूजा का प्रसाद
तभी गंगा जब प्रसाद देती है तो अक्षय प्रसाद हाथ में नही लेता है बोलता है खिला दो तभी वह उस को प्रसाद खिलाती है और फिर अक्षय भी वही प्रसाद गंगा को खिला देता है ।और अजय अपने घर में सभी से बोलता है है अब सबको अपना अपना खर्चा देना पड़ेगा जो भी इस घर में रहते हैं। गंगा उसपर बहुत गुस्सा हो जाती है और उसे बहुत उल्टा सीधा बोलती है जिसे सुनकर अक्षय वह से चला जाता है। और फिर वह परिवार में एक अनाउंसमेंट करता है की जो भी इस घर में रह रहा है उसे अपना किराया उसे देना पड़ेगा
तभी उस की बुआ बोलती है की मुझे मेरा हिस्सा दो पहले फिर मैं भी खर्चा दूंगी लेकिन फिर वह अपना और बाकी सब का खर्चा दे देती है लेकिन बोलती है मुझे मेरा हिस्सा मिल जाना चाहिए वरना अच्छा नहीं होगा। उसकी ऐसी बाते सुनकर सब लोग उसपर बहुत गुस्सा होते है पर वह खामोश ही रहते है। और इस तरह से वह सबसे किराया वसूलने का प्लान बनाकर मोती कमाई करने का प्रयास करता है।