Do dooni pyaar written Update 12th November
Do dooni pyaar written Update 12th November
Do dooni pyaar written Update 12th November में टीटू कहता है कि मुझे पापा से कोई प्रॉब्लम नहीं थी मुझे सिर्फ उनके एटीट्यूड से प्रॉब्लम थी और पापा से मुझे कोई दिक्कत नहीं थी फिर डिंपी कहती ये क्या ड्रामा है तो यह नया ड्रामा क्या स्टार्ट कर रहे हो तो टीटू कहता है कि ड्रामा मैं शुरू कर रहा हूं इस घर में ड्रामा बंद कब होता है य 2400 घंटे ड्रामा ही चलता है तो वो कहता है कि देखो मुझे तुम्हारी तरह यहां हक हक कि जो राग है वह नहीं लापना और मैं अपनी मां से मिलने जा रहा हूं।
तो डिंपी कहती है कि तुम मुझे बीच यहां नहीं छोड़ के जा सकते क्योंकि तुम्हारे बिना मैं इनसे कैसे लडूंगी अगर तुम चले गए तो जो पाकी है और तशु है वो सारे हिस्से के ऊपर अपना कब्जा कर लेंगे और मुझे कुछ नहीं देंगे और तुम्हें अभी मेरा साथ देना चाहिए और मैं तुम्हें नहीं जाने दूंगी तो वो टूटू को बैग से सब कुछ निकाल देती है और कहती है कि तुम अपनी पत्नी को अभी छोड़ के नहीं जा सकते।
तो टीटू काफी गुस्से में था यह सब होने के बाद फिर अगला सीन का ठोकर जो अनुज के ऊपर जाता है फिर अनुज अखबार में एक न्यूज जो फेक न्यूज जो अंकुश कपाड़िया है उसने अनुज के खिलाफ छप पाई थी उसे पढ़ने के बाद काफी अपसेट हो जाता है और वो अखबार को पढ़कर दूर फेंक देता है तभी उस अखबार को जो अनुपमा है वो उठा लेती है और उसमें फेक न्यूज को देखकर वो कहती है कि यह क्या है।
और अनुज बहुत ज्यादा गुस्से में था और अपसेट था तो अनुपमा उसे समझाती है कि देखिए जो बुरे इंसान हैं वो हमेशा बुरा ही करते हैं इससे कुछ नहीं होता लेकिन अनुज कहता है कि देखो पैसा कमाना कोई बड़ी बात नहीं पैसा मैं कमा लूंगा मैं फिर कमा सकता हूं लेकिन इज्जत बनाने में नाम बनाने में पूरी उम्र निकल जाती है और यह अब मेरे नाम के ऊपर ही वार कर रहे हैं मेरा नाम खराब कर रहे हैं।
अभी तो मैंने शुरुआत भी नहीं की थी और ये इतना नीचे गिर गए और मैंने सोचा भी नहीं था कि वो इस हद तक गिरेगा तो जो अनुपमा है वह कहती कि ऐसा ही होता है आप ऐसा मत सोचिए आप तो एक सूरज के जैसे हो और सूरज का काम है चमकना और बादल चाहे कितने भी काले घने छा जाए लेकिन कुछ देर बाद सूरज चमकता जरूर है और आपका तो स्वभाव है चमकना और यह मेरे साथ भी तो हुआ था।
जब मैं अमेरिका थी मेरे साथ देखो क्या कुछ हुआ मैं तो इतना ज्यादा दुखी हो गई थी कि मैं कि में भी जाना छोड़ गई थी लेकिन देखो हुआ क्या फिर गुलाटी राहुल ये सब पकड़े गए ना तो बुराई की हमेशा हार होती है और अच्छाई की हमेशा जीत होती है तो अनुज कहता है कि मैं यह बातें मानता हूं कि अच्छाई की जीत होती है लेकिन आज का जमाना बहुत ही बेकार है अब लोग यह नहीं देखते कि सच्चाई क्या है।
बस कोई खबर देखी नहीं कि उस परे विश्वास कर लेते हैं उसकी गहराई तक नहीं जाते अब इन्होंने मेरा नाम खराब करने के लिए अखबार में फेक न्यूज़ लगवाई लेकिन लोग अब इसको डीप जाकर नहीं देखेंगे कि सच क्या है तो अनुपमा कहती है कि देखो देर जरूर लगेगी देर हो जा सवेर लेकिन सच्चाई सामने आएगी।
मीनू अनुज को घर छोड़ने आई है और अनुज की कंडीशन को काफी हद तक समझ गई है तो तभी वह अनुपमा से कहती है कि आप जानती हो कि जो अनुज है उसकी याद अश नहीं गई है तो अनुपमा कहती है तो फिर उसे क्या हुआ है तो वह कहती है कि पहले तो आपको एक्सेप्ट करना होगा जो मैं आपको बताऊंगी तो अनुपमा कहती है कि मैं बात मानने के लिए रेडी हूं अब बताओ तो वो कहती है कि देखो जो अनुज है उसकी याददाश्त नहीं गई वो हर रिश्ते को भूल जाना चाहते हैं।
जो उनकी लाइफ है वह सिर्फ आद्य के चारों तरफ सिमट गई है और वो सिर्फ आद्या को याद रखना चाहते हैं उसके अलावा जो कोई भी रिश्ता है या जिससे भी वह जानते हैं उन सबको भूल जाना चाहते हैं उनकी जिंदगी सिर्फ आद्या के चारों तरफ घूम रही है और अगर उनको सही करना है और हर व चीज माननी होगी जो हमारा दिल ना मानता हो तो अनुपमा कहती है कि मैं हर चीज करने के लिए रेडी हूं उसे सही करने के लिए।