Advocate Anjali Awasthi written Update 18th November

Advocate Anjali Awasthi written Update 18th November

Advocate Anjali Awasthi written Update 18th November

Advocate Anjali Awasthi written Update 18th November

Advocate Anjali Awasthi written Update 18th November में मीनू कहती है कि देखो मम्मी जो मामा है वो मेरे लिए बहुत फिक्र मंद रहते हैं अगर उन्हें मेरी यह बात पता चली तो वो हो सकता है मेरा हॉस्पिटल जाना बंद करवा दे या फिर मुझे वापस मम्मी पापा के पास भेज दें तो मैं ये कैसे कर सकती हूं मैं उन्हें नहीं बताऊंगी तो जो अनुपमा है वो कहती कि तुम्हारा मामा तुम्हारे बताने के बाद कैसे रिएक्ट करेगा या तुम्हें रखेगा या हॉस्पिटल नहीं जाने देगा बाहर भेज देगा वो हम नहीं जानते लेकिन अगर व क्या करेगा।

यह सोचकर हम जो सही काम है वो ना करें तो वो तो गलत बात है हमें हमारा हक बनता है कि हम उन्हें सारी सच्चाई बताएं और तुम्हें ऐसा ही करना होगा और अगर तुम ऐसा नहीं करोगी तो मैं तुम्हारे मामा को सब कुछ बता दूंगी और उसे कहती है कि बेटी तुम बहादुर बनो और डरो मत और जो भी सच्चा है अपने मामा को बता दो और उसके बाद अगले सीन में हम देखते हैं कि वनराज और तो छू एकदम से दौड़े जा रहे हैं।

और तो छू कहता है कि पापा तुम कहां जा रहे हो तो वह कहता है कि मैं मीनू को लेने जा रहा हूं और जैसे ही वह घर से बाहर निकलता है तो सामने सागर का आटो खड़ा है तो वह सोचता है कि सागर तो यहां है तो मीनू और जैसे ही वनराज आश्रम की तरफ मुड़क देखता है तो मीनू सभी आश्रम वालों के साथ बाहर आ रही है और अगला सीन कट होकर जाता है बा के ऊपर बा बहुत ज्यादा टेंशन में है और वो बड़बड़ा रही है कि क्या होगा और मुझे बहुत ज्यादा टेंशन हो रही है और वहीं पर केजल उन्हें समझाती कि आप इतनी टेंशन मत लीजिए नहीं तो आपका बी बीपी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा।

और फिर आप ज्यादा बीमार पड़ जाओगे लेकिन बा कहती है कि देखो जब किसी और का बच्चा हमारे पास हो तो हमारी जिम्मेवारी चार गुना बढ़ जाती है और अगर मीनू ने कुछ कांड कर दिया तो तुम नहीं जानती कि डॉली आगे डॉली क्या करेगी वो तो मुझे कच्चा चपा जाएगी और उसका पति वह तो हमारे से रिश्ता ही तोड़ देगा और फिर फिर हम मैं क्या करूंगी और मैं किसी को मुंह लिखाने के नहीं रहूंगी फिर कहती है कि यह मुझे तो लगता है यह घर ही अच्छा नहीं है इस ग्रह घर का जो ग्रह है वही बिगड़ा हुआ है मुझे तो लगता है यहां किसी प्रेत आत्मा का साया है।

और इसी कारण इस घर का मालिक भी यहां नहीं रहता इस घर में कभी एसी खराब हो जाता है कभी फ्रिज खराब हो जाता है कभी कुछ खराब हो जाता है कभी पाइप लीक हो जाता है कभी टीवी खराब होता जाता है कुछ ना कुछ होता ही रहता है इस घर में सबके दिमाग खराब हुए पड़े हैं हर रोज लड़ाई होती है झगड़े होते हैं तुम्हारा बाबूजी मुझसे दूर हो गया और हम सब एक दूसरे से लड़ते ही रहते हैं तो यह घर ही जा तो सही नहीं है मुझे नहीं पता और बहुत ज्यादा टेंशन में आ गई हैं और वहां टीटू और जो केजल है वो समझाती है कि ऐसा कुछ नहीं है बा आप इतनी ज्यादा टेंशन मत लीजिए नहीं तो आपका दिमाग खराब हो जाएगा।

आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस में आ जाओगे और वहीं पर डिंपी उनको समझाने की बजाय ये कहती है कि हां यह सब मीनू के कारण हुआ है और मीनू पता नहीं क्या-क्या करती रहती है और पापा और ज्यादा उसके कारण टेंशन में आ जाते हैं तो उसकी बातें सुनकर टीटू थोड़ा सा तलक सा उसकी तरफ देख ता है लेकिन फिर चुप हो जाता है मौके की नजाकत को देखते हुए फिर अगला सीन कट होता है और सीधा वनराज पर जाता है एकदम से वनराज और मीनू सामने आ जाते हैं और जो अनुपमा है वह मीनू को आराम से कहती है कि बेटा तुम अपने मामा को सब कुछ बता देना।

और वह मन में कहते कि यह वनराज एक बार शांति से मीनू की बात सुन ले बस और मीनू जैसे ही वनराज के सामने जाती है तो वनराज की नजर मीनू के माथे के ऊपर जाती है जहां उसके चोट लगी थी और पट्टी लगी थी और वो काफी रोने के बाद उसकी आंखों में भी काफी ज्यादा सूजन और आंसू से दिख रहे थे तो उसका मूड और उसकी चोट देखकर वनराज शांत हो जाता है और उसे कहता है कि बेटा तुम्हारे यह चोट कैसे लगी क्या हुआ और तुम मुझे सही नहीं लग रही तुम रोके हटी हो तुम्हारी आंखें भी सूजी हुई लग रही है मुझे क्या हुआ।

तो मीनू कहती है कि अब सब ठीक है तो वनराज कहता है अब पहले क्या हुआ था तो वो एकदम से देखता है कि वो बाहर खड़ा है तो वो उसको कहता है कि बेटी पहले घर चलते हैं वह आराम से बात करते हैं और वो मीनू को आराम से घर लेकर जाने लग जाता है अब वनराज एकदम से गुस्से में था और बहुत ज्यादा शांत हो गया और मीनू को लेकर जा रहा है तो यह सब देखकर पाकी और तशु दोनों बड़े हैरान हो जाते हैं और कहते हैं कि पापा घर से तो ऐसे आते जैसे हाथ पैर तोड़ देंगे सब कुछ और यहां आ के बिल्कुल भीगी बिल्ली के जैसे बिल्कुल आराम शांत हो गए पता नहीं मीनू क्या जादू कर देती है इस पे।

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