Udne ki aasha written Update 2nd November
Udne ki aasha written Update 2nd November
सैली सचिन की तारीफ करती है।
Udne ki aasha written Update 2nd November में हम देखेंगे कि सैली घर में होती है और सचिन उसके सामने आता है तो वह उसको देखती ही रह जाती है।आप जानते है क्यों क्योंकि सुभम अपने पुराने अवतार में आ जाता है बिल्कुल बढ़िया हैंडसम इसीलिए तभी शैली कहती है आप तो बिलकुल पहले जैसे लग रहे है और बहुत ही ज्यादा सुंदर भी लग रहे बहुत अच्छे लग रहे है आपको किसी की नजर न लगे।
अब सचिन बोलता है की हमें आज ऑफिस जाना है और वहां देखना है कैसे क्या चल रहा और मेरे जाने के बाद ऑफिस में क्या क्या हुआ और कैसे क्या है सब कुछ मुझे जानना है इसलिए मुझे आज ऑफिस जाना है।तभी शैली कहती है ठीक है और फिर शोभा सचिन से बोलती है रुकिए और फिर उसको टीका लगती है।और सचिन को आल द बेस्ट बोलती है फिर वह अपने ऑफिस जाने के लिए निकलता है।
और रेनू भी खाना लेकर कहीं जाती है।और सागर रेनू को लेने के लिए उसके घर के बाहर आता है और जैसे ही वह ऑटो रोकता है वैसे ही देखता है कि डोली भी रेनू के साथ है रेनू उससे से बोलती है अब से मैं ही रोज तुमको कॉलेज छोडूंगी और लेने भी आऊंगी तभी रेनू बोलती है मैं चली जाऊंगी बच्ची नही हूं जो आप मुझे रोज छोड़ने और लेने आयेंगी ।तभी वह बोलती है बस एसिलिय ही आऊंगी।इतना बोल देती है और परेश भी वहां से चला जाता है।
शोभा कॉलेज जाती है।
तभी रेनू को छोड़ने शोभा उसके कॉलेज आती है।और छोड़कर गाड़ी थोड़ा पीछे कर लेती है।तभी रेनू अंदर जाने लगती है और सचिन आ जाता है उससे मिलने तो वह रुक जाती है।और फिर जैसे ही दोनो बात करने वाले होते है तभी डोली आ जाती है और बोलती है मुझे पता था यही होगा इसीलिए मैं गई नहीं यही देखना था ।और बोलती है ऐ ऑटो वाले मेरी बेटी से दूर रहना तुम लोगो का बस यही काम है की बड़े घर की लड़कियों को फसाना।
तभी रेनू बोलती है ऐसा कुछ नही है।उसका नाम परेश है सबका अपना प्रोफेशन होता है।और वह पढ़ाई कर रहा है वकालत की तो डोली बोलती है लेकिन वकील अभी बना तो नही है न तो रेनू कहती है आप भी तो मुझे डॉक्टर बोलती है मैं भी तो डॉक्टर नही बनी हूं।तो डोली बोलती है तू मेरी बेटी से दूर रहें बस फटीचर कहीं के अमीर लड़की देखी नही की बस पीछे ही पड़ गए। इस तरह वह बहुत परेशान हो कर वहां से चली जाती है। और
सचिन अपने ऑफिस जाता है।
तभी वहां तेजस आ जाती हैं सुन लेती है तो बोलती है की तुम ऐसे नही बोल सकती वह को तभी रेनू बोलती है इससे बोल दीजिए मेरी बेटी से दूर रहे।तो रेनू कहती है क्या एक लड़का और एक लड़की दोस्त नही हो सकते। आप भी रेनू और सचिन की तरह कैसे सोच सकती है आप पहले तो ऐसी नही थी तभी डोली कहती है ऐसा कैसे हो सकता है सबको पता है और आपको कुछ पता ही नहीं है। शोभा और बाकी सबको दिख गया लेकिन आपको नही ये सब नाटक मेरे सामने मत कीजिए।
तभी शोभा को हाथ पकड़कर कॉलेज के रूम में छोड़ने चली जाती है और परेश शोभा से बोलता है ऐसा कुछ नही है और वह उस की झूठी कसम खा लेता है फिर रेनू चली जाती है और वह बहुत पछतावा करता है को मैने रेनू जी की झूठी कसम कैसे खा ली नही खाना चाहिए था यही सब सोचकर बहुत परेशान होता है और फिर वह अपने ऑफिस जाता है। वहां सब लोग उसे को देखते है और फिर कहते है सर आप इतने दिनो कहा थे आप कंपनी बहुत घाटे में चल रही या फिर बंद होने वाली है।