Do dooni pyaar written Update 1st November
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अभय और साक्षी गंगा की परवाह करते है।
आज हम देखेंगे कि सभी लोग हॉस्पिटल में होते हैं और डॉक्टर बताते है की गंगा अब नहीं रही तो सभी लोग रोने लगते है और साक्षी कहती है की मम्मी नहीं रही हम सबको छोड़कर चली गई है तभी अभय आता है और बोलता है की वह हमें छोड़कर नहीं जा सकती है क्योंकि कान्हा जी ने हमें आशीर्वाद दिया था और बोला था की हम कभी अलग नहीं होंगे इसलिए ऐसा कुछ नहीं हो सकता है।
इतना बोलकर अक्षय बोलने लगता है कान्हा जी ऐसा नहीं हो सकता अपने कहा था की हमें कोई अलग नहीं कर सकता हम हमेशा साथ रहेंगे तो आप ऐसा कैसे कर सकते है। फिर अभय बोलता है कि जो आप सब बोल रहे हैं ऐसा कुछ नहीं है गंगा हमें छोड़कर नहीं जा सकती है। ऐसा कुछ नही है वह जिंदा है आप सब बेकार में ये सब बोल रहे हैं तभी डॉक्टर देखते हैं कि वह अभय का नाम लेती है और उसकी सांसे चलने लगती है।
तभी डॉक्टर बाहर आते है और बताते है की वह जिंदा है शी इज लाइव और फिर सभी बहुत खुश होते है साक्षी रेनू से बोलती है मम्मी जिंदा है मम्मी को कुछ नहीं हुआ वो ठीक है इतना कहेकर उस के गले लग जाती है अध्या और फिर अभय बोलता है मेरी गंगा जिंदा है मैने बोला था ना की मेरी गंगा को कुछ नहीं हो सकता है।फिर वह उस को गले लगाता है और उस से कहता है की बेटा आपकी मम्मी जिंदा है उनको कुछ नहीं हुआ वो बिल्कुल ठीक है।इतना बोलकर वह रोने लगता है और फिर इसके बाद वह गंगा के पास जाता है।
गंगा ठीक हो जाती है।
जैसे ही वह गंगा के पास जाता है वह कहती है कपाड़िया जी तभी वह उस का हाथ पकड़कर बोलता है की तुम ठीक हो उस के आंखो से आंसू निकलने लगे है और अभय की आंखों में भी आंसू आ जाते है ।फिर कुछ समय बाद वह साक्षी से मिलने आ जाती है ।और बोलती है मम्मी आप कैसी है ठीक है। इतना बोलकर वह उस पर सिर रखकर रोने लगती है।
और बोलती है कि मैं अच्छी बेटी नहीं बन पाई आप दोनो ने मेरे लिय इतना कुछ किया और मैं आप दोनो को नहीं समझा और अपनी जिद की मैने जो किया बहुत गलत किया मैं आप दोनो की अच्छी बेटी नहीं बन पाई मुझे माफ कर दीजिए। आईएम सॉरी इतना बोलती है और रोने लगती है कहती है मुझे माफ कर दीजिए।मेरी ही सब गलती है ।मैने ही आपकी बात नहीं मानी इसलिए ये सब हुआ है। आई एम सॉरी।
सभी गंगा से हॉस्पिटल में मिलने जाते हैं।
और वह कहती है मैने आप सबकी बात मानी होती तो ऐसा कुछ नहीं होता है। और हम सब खुशी खुशी साथ में रह रहे होते है अगर मैं घर छोड़कर नहीं गई होती है। सब मेरी ही गलती है प्लीज आप मुझे माफ कर दीजिए। मेरी गलती की वजह से आप आज हॉस्पिटल में है वर्ना आप और हम सब घर में होते । मुझे माफ कर दीजिए। तभी सब लोग उससे से मिलने आ जाते हैं।
और फिर सब गंगा से मिलते है फिर कुछ समय बाद डॉक्टर आ जाते है और बोलते है आप सब बाहर चले जाइए अब इनको आराम करने दीजिए । तभी वह कहती है डॉक्टर भाई आप इन सबको यही रहने दीजिए मैं ठीक हूं। तभी अभय बोलता हुआ कि नहीं हम सब लोग यही है बाहर है जायेंगे नहीं तुम आराम करो। तभी सब बाहर चले जाते है।और बापू जी बोलते है की कोई तो यहां रुकेगा ही अक्षय बोलता है की बापूजी आप सब घर जाइए हम यहां रुक जायेंगे तभी बापूजी बोलते है की ठीक है लेकिन बेटा मेरी का ख्याल रखना।